रातों को कहीं पीछे छोड़ते हुए

ravinder July 7, 2022 No Comments

रातों को कहीं पीछे छोड़ते हुए,

ख्वाबों को हकीकत की तरफ मोड़ते हुए,

यह सुबह फिर चौखट पर आई है,

अपने साथ खुशियां लाई है!

 

 

रातों में देखे ख्वाबों को,

कुछ छूटे पड़े कामों को,

कुछ अधूरी चाहतों को,

पूरा करने का मौका भी साथ लाई है,

यह सुबह बहुत कुछ अपने साथ लाईं है!

 

 

कुछ रातों में सिसकते ही सो गए,

कुछ किसी की यादों में करवटें बदलते ही रह गए,

उन रातों के मुसाफिरों के लिए,

यह सुबह रोशनी भी साथ लाई है!

ये सबह बहुत कुछ अपने साथ लाई है

 

 

हर सुबह एक मौका है,

अपने आप को साबित करने का,

चाहतों को पूरा करने का,

कुछ रिश्तो को थामने का,

अपने आप को सवारने का,

लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने का,

यह सुबह बहुत कुछ अपने साथ लाईं है!..बहुत कुछ!

-Avinash ~Hindi Jazbaat~

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